रायपुर। CG Breaking News :छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों पर संग्राहकों को दिए जाने वाले करीब 7 करोड़ रुपये के बोनस की हेराफेरी का आरोप है। सभी को कोर्ट में पेश कर 30 जून तक की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
CG Breaking News :EOW के अनुसार, यह घोटाला वर्ष 2021 और 2022 के बीच हुआ, जब तेंदूपत्ता संग्राहकों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का एक बड़ा हिस्सा गबन कर निजी लोगों में बांट दिया गया। मामले में तत्कालीन वनमंडलाधिकारी अशोक कुमार पटेल, जो इस घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता माने जा रहे हैं, को पहले ही 17 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरफ्तार किए गए 11 आरोपियों में वन विभाग के चार अधिकारी और लघुवनोपज समितियों के सात प्रबंधक/सहयोगी शामिल हैं। ये हैं –
वन विभाग से:
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चैतूराम बघेल (उप वनक्षेत्रपाल)
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देवनाथ भारद्वाज (उप वनक्षेत्रपाल)
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पोड़ियामी इड़िमा उर्फ हिडमा (उप वनक्षेत्रपाल)
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मनीष कुमार बारसे (वनरक्षक)
लघुवनोपज समिति से:
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पायम सत्यनारायण उर्फ शत्रु
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मोहम्मद शरीफ
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सी.एच. रमना
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सुनील नुप्पो
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रवि कुमार गुप्ता
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आयतू कोरसा
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मनोज कवासी
EOW ने इस प्रकरण में IPC की धारा 409 (विश्वासघात) और धारा 120बी (षड्यंत्र) के तहत अपराध दर्ज किया है। जांच एजेंसी अब इन आरोपियों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि हड़पी गई राशि का उपयोग किन चैनलों में किया गया और किन-किन अन्य लोगों की इसमें भूमिका रही।
इस घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने पहले ही सख्त रुख अपनाया है। ईओडब्ल्यू सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी लोगों की गिरफ्तारी संभव है।