सिंगरौली। Singrauli News : जिले के जयंत स्थित नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में चिकित्सकीय लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां 25 वर्षीय महिला सूमन साहू की जान ऑपरेशन में हुई चूक से खतरे में पड़ गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से सूमन की हालत इतनी बिगड़ गई कि उसे वाराणसी रेफर करना पड़ा, जहां इलाज में 5 लाख रुपये खर्च हुए। अब भी सूमन पूरी तरह ठीक नहीं है और बच्चा कुपोषण की चपेट में आ चुका है।
Singrauli News : पीड़ित परिवार ने बताया कि सूमन की नियमित देखभाल जयंत अस्पताल में की जा रही थी। 17 मई को उसे प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉ. जूही मिश्रा ने ऑपरेशन कर डिलीवरी की। मगर ऑपरेशन के बाद पेट बढ़ता गया और स्थिति गंभीर हो गई। 22 मई को बिना समुचित जांच के उसे छुट्टी दे दी गई। 28 मई को वाराणसी ले जाकर सघन इलाज कराया गया, जहां डॉक्टरों ने संक्रमण फैलने की बात कही।
13 जून को पीड़िता के पति ने जयंत चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। परिवार का कहना है कि डॉक्टरों ने गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किया और चौकी ने भी अब तक जांच या FIR नहीं की है।पीड़ित महिला ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से न्याय की मांग की है।
प्रमुख सवाल:
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ऑपरेशन से पहले जांच क्यों नहीं हुई?
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गंभीर हालत में डिस्चार्ज क्यों दिया गया?
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चौकी में शिकायत के बाद कार्रवाई क्यों नहीं?
अब सबकी निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।