जम्मू-कश्मीर |Pahalgam Terror Attack : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की सेना में एक नई हलचल मच गई है। भारत द्वारा इस हमले का जवाब देने के लिए उठाए जाने वाले कदम को लेकर पाकिस्तान की सेना खौफ में है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने अपने एयरबेस की सुरक्षा बढ़ा दी है और अपनी सीमा पर मौजूद सैन्य विमानों की गतिविधियों को तेज कर दिया है। यह संकेत मिलते हैं कि भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक का डर पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के सिर पर मंडरा रहा है।
Pahalgam Terror Attack : भारत का कड़ा जवाब क्या हो सकता है?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान द्वारा पनाह दिए गए आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है। भारत के सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तान से आने वाली आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए भारत को एक बार फिर से अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करना होगा। सर्जिकल स्ट्राइक, जैसा कि 2016 में उरी हमले और 2019 में पुलवामा के बाद किया गया था, वह एक प्रमुख विकल्प हो सकता है।
क्या हो सकता है सर्जिकल स्ट्राइक?
सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसी रणनीति है जिसमें भारत सेना सीमा पार जाकर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करती है, बिना सीमा रेखा को पार किए युद्ध की स्थिति में आए बिना। 2016 में उरी हमले और 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादियों को नष्ट किया था, और दोनों बार इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया। इसके बाद पाकिस्तान की सेना के लिए भारत के जवाबी हमले से बचना एक बड़ी चुनौती बन गई थी।
पहलगाम हमले के बाद अब पाकिस्तान को यह डर सता रहा है कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए आतंकी ठिकानों को खत्म कर सकता है। पाकिस्तानी सेना को पूरी तरह से सतर्क किया जा चुका है और उनके उच्च अधिकारियों ने अपनी एयरबेस सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा, पाकिस्तान के एयरफोर्स जेट्स को भी पाकिस्तानी सीमा के आसपास अधिक गश्त करते हुए देखा गया है।
भारत ने पहले भी दिखाया था कड़ा कदम
भारत ने पहले ही साबित किया है कि पाकिस्तान के खिलाफ उसकी सैन्य शक्ति कितनी प्रभावी हो सकती है। 2016 में जब उरी हमले में भारतीय जवान शहीद हो गए थे, तो भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इसके बाद 2019 में जब पुलवामा में आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए, तो भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों के ठिकानों पर बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें 300 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे।भारत ने ये दोनों कदम पाकिस्तान की नापाक हरकतों के खिलाफ उठाए थे, और अब पहलगाम हमले के बाद भी इस तरह की सैन्य कार्रवाई का खतरा पाकिस्तान के सिर पर मँडरा रहा है।
Pahalgam Terror Attack
पाकिस्तान का खौफ और सैन्य सतर्कता
पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है। पाकिस्तान के वायुसेना के दो प्रमुख विमान, PAF198 और PAF101, की उड़ान की जानकारी फ्लाइट रडार 24 द्वारा प्राप्त हुई। ये दोनों विमान अक्सर खुफिया अभियानों में इस्तेमाल होते हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान ने अपनी सीमा के पास तंबू लगाने वाले आतंकियों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि यदि भारत सर्जिकल स्ट्राइक करता है, तो आतंकियों का नुकसान कम हो।
इसके अलावा, पाकिस्तानी अधिकारियों ने एयरबेस की निगरानी को और अधिक सख्त कर दिया है और सीमा पर आतंकियों की गतिविधियों पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। यह सारी रणनीति भारत द्वारा किसी भी संभावित सैन्य कार्रवाई से बचने के लिए की जा रही है।
भारत के गृह मंत्री का संदेश
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा, “एक भी आतंकवादी बख्शा नहीं जाएगा” और भारत इस हमले का कड़ा जवाब देगा। शाह ने यह भी कहा कि भारत सरकार पाकिस्तान के आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएगी।
भारत का अंतर्राष्ट्रीय दबाव और पाकिस्तान की हालत
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ केवल सैन्य कार्रवाई ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपनाई है। पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के लिए भारत संयुक्त राष्ट्र और मल्टीनेशनल मंचों पर पाकिस्तान के आतंकवादियों की सरपरस्ती को उजागर करने में लगा है।
अंतर्राष्ट्रीय दबाव के साथ-साथ भारत की मजबूत सैन्य रणनीति पाकिस्तान को अपनी सीमा में आतंकवादियों के खिलाफ और सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर कर रही है। पाकिस्तान अब यह समझ चुका है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा और उसका जवाब पूरी ताकत से दिया जाएगा।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का कड़ा सैन्य जवाब पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी बन चुका है। सर्जिकल स्ट्राइक और सैन्य दबाव की संभावनाओं के कारण पाकिस्तान की सेना और सुरक्षा अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है। हालांकि पाकिस्तान किसी भी स्थिति में भारत से टकराव नहीं चाहता, लेकिन यह स्पष्ट है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में किसी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा।
भारत का संदेश साफ है – “अगर आतंकवाद से संघर्ष करना है तो पूरी ताकत से करना होगा, और पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी होगी।”