Pahalgam Terror Attack : अमित शाह का दौरा और पीड़ितों से मुलाकात:
गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम दौरे पर जाकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हमले के दोषियों को जल्द से जल्द पकड़े जाने का आश्वासन दिया और कहा कि ऐसे आतंकवादी कृत्य का जवाब देना भारत की प्राथमिकता है।
Pahalgam Terror Attack : महबूबा मुफ्ती का बयान
पहलगाम में हुए हमले पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “यह केवल पर्यटकों पर नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों पर हमला था। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह दुखद है कि ऐसे हमले हमारी सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री से मेरी अपील है कि वे जल्द से जल्द इस हमले में शामिल लोगों का पता लगाएं और उन्हें सजा दिलवाएं। कश्मीरियों को इस घटना पर शर्मिंदगी महसूस हो रही है, और इस समय हमें सियासत से ऊपर उठकर एकजुट होकर इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।”
विष्णु देव साय की प्रतिक्रिया:
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हुए मृतकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “यह हमला आतंकवादियों की कायरता का उदाहरण है। पीएम मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ भारत हमेशा दृढ़ रहा है, और इस हमले का भी मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।” प्रधानमंत्री ने भी इस पर सख्त प्रतिक्रिया दी थी, और सभी दोषियों को सजा दिलाने का वादा किया है।
सीसीएस बैठक:
हमले के बाद, एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जो आज शाम छह बजे प्रधानमंत्री आवास पर होगी। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे। यह बैठक पहलगाम हमले की स्थिति और सुरक्षा उपायों पर चर्चा करेगी। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इस कायराना हमले में शामिल आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा।
एनआईए की जांच:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली और जम्मू से एनआईए की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर इस हमले की गहन जांच की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी का त्वरित प्रतिक्रिया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब से अपनी यात्रा बीच में छोड़कर बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए। उन्होंने कहा, “आतंकवादियों का शैतानी एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। हमलावरों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा, और हमारी प्रतिबद्धता पहले से भी अधिक मजबूत होगी।”
हमले की अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ में स्थिति:
यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब भारत में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का दौरा हो रहा है और प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब में थे। इस समय पर हमले ने भारतीय सुरक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं और पाकिस्तान को लेकर सुरक्षा बलों की चौकसी भी बढ़ा दी गई है।
आगे की योजना और सुरक्षा व्यवस्था:
अधिकारियों ने पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया है। श्रीनगर में कर्फ्यू जैसा माहौल है और आज की स्थिति को लेकर उच्च स्तरीय बैठकें चल रही हैं।
यह घटना न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी चिंता का कारण बन चुकी है। सरकार का संकल्प है कि दोषियों को कठोर सजा दी जाएगी और आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।