MP NEWS : सीहोर, मध्यप्रदेश। सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिस आरक्षक द्वारा एक सब्जी विक्रेता से अभद्रता करते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो ने पुलिस विभाग की कार्यशैली और छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में आरक्षक, एक ठेले पर सब्जी बेचने वाले व्यक्ति से आक्रामक लहजे में बात करता नजर आ रहा है। इसके साथ ही एक अन्य वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पीड़ित सब्जीवाले ने आरक्षक पर दारू के लिए नियमित रूप से पैसे मांगने का गंभीर आरोप लगाया है।
SP के संज्ञान में मामला, जांच के निर्देश
वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस अधीक्षक सीहोर के संज्ञान में लाया गया। पुलिस विभाग द्वारा जारी आधिकारिक बयान में पुष्टि की गई है कि वीडियो में दिख रहा पुलिसकर्मी ब्रह्मलाल धुर्वे है, जो किसी थाना क्षेत्र में पदस्थ नहीं बल्कि रक्षित केंद्र में तैनात है।
बयान में यह भी बताया गया कि आरक्षक ब्रह्मलाल धुर्वे के खिलाफ पहले भी अनुपस्थित रहने और अनुशासनहीनता की कई शिकायतें मिल चुकी हैं, जिन पर विभागीय कार्रवाई की जा चुकी है।
अब इस नए प्रकरण के बाद, नगर पुलिस अधीक्षक (CSP) सीहोर को मामले की विस्तृत जांच सौंप दी गई है। जांच पूरी होने के बाद संबंधित आरक्षक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही गई है।
पुलिस की छवि पर फिर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस विभाग की निचली इकाइयों में अनुशासन और जवाबदेही को लेकर उठते सवालों को हवा दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पर आम नागरिकों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं, जिनमें आरक्षक की बर्खास्तगी और पीड़ित सब्जीवाले को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है।
क्या कहते हैं जानकार?
लोकतांत्रिक अधिकारों के क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं आम जनता और पुलिस के बीच विश्वास की खाई को और चौड़ा करती हैं। ऐसे मामलों में ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाते हुए जल्द और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
अब सवाल यह है:
क्या विभागीय जांच में आरोपी आरक्षक को सच में दंड मिलेगा, या यह मामला भी कुछ दिनों में सोशल मीडिया की फ़ीड से गायब हो जाएगा?