मऊगंज। MP Latest News : ग्राम पंचायत जिलहड़ी में 68 लाख 48 हजार रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार का मामला अब प्रशासनिक चुप्पी और फर्जी जांच की परतों के साथ खुल रहा है। जनपद पंचायत नईगढ़ी अंतर्गत इस पंचायत में हुए निर्माण कार्यों और खरीदी में भारी वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत हाईकोर्ट तक पहुंच चुकी है, लेकिन हाईकोर्ट के 90 दिनों में कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश के बावजूद प्रशासन अब तक मौन है।
MP Latest News : सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी की याचिका WP-5957/2025 पर जबलपुर हाईकोर्ट ने 17 मार्च को सुनवाई करते हुए कलेक्टर मऊगंज को विधिसम्मत कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया था। तीन महीने बीतने के बाद भी कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं होने पर शिकायतकर्ता एक बार फिर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, उन्होंने खुद ही एक फर्जी जांच समिति गठित कर ली और अपनी ही जांच करवा डाली। 68 लाख की रिकवरी को मात्र 56 हजार रुपये में समेट दिया गया। बताया जा रहा है कि यह जांच रिपोर्ट तत्कालीन पंचायत समन्वयक टीपी गुर्दवान के माध्यम से तैयार करवाई गई, जिन पर खुद फर्जी डिग्री से नौकरी पाने का आरोप है और जो पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं।
शिकायतकर्ता ने 16 जून और 7 जुलाई को दोबारा सबूतों के साथ शिकायतें दीं, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह सवाल बड़ा होता जा रहा है कि फर्जी जांच समिति को किसने अधिकृत किया, और इतनी बड़ी गड़बड़ी प्रशासन की आंखों से कैसे बची रही?