ग्वालियर। Gwalior News : शहर के पॉश इलाके थाटीपुर में स्थित बालक प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल में जलभराव की गंभीर समस्या ने नगर निगम और स्कूल प्रबंधन की पोल खोल दी है। बारिश के बाद स्कूल परिसर पूरी तरह पानी से लबालब हो गया है, जिससे छोटे-छोटे बच्चों को घुटनों तक पानी में चलकर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है।
Gwalior News : सुबह जब बच्चे स्कूल पहुंचे तो परिसर में भरे गंदे पानी में उन्हें रास्ता बनाते हुए अंदर जाना पड़ा। बच्चों के जूते और कपड़े भीग चुके थे, जिससे पालकों में गहरी नाराजगी देखी गई। पालकों का आरोप है कि हर साल बारिश में यही हालात बनते हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन और नगर निगम कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता। मजबूरी में अभिभावकों को खुद बच्चों को पानी में से निकाल कर घर ले जाना पड़ रहा है।
स्कूल में 400 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं
थाटीपुर बालक प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल में 400 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को नजरअंदाज किया जा रहा है। पालकों ने बताया कि कई बार जलभराव की शिकायतें की गईं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला।
नगर निगम की खुली पोल, कोई सुनवाई नहीं
नगर निगम की लापरवाही इस कदर है कि शहर के बीचोबीच मौजूद स्कूल में जल निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। हर बारिश के साथ स्कूल तालाब में तब्दील हो जाता है। पालकों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल समाधान की मांग की है।
‘हमारे बच्चों का भविष्य पानी में डूब रहा है’
एक अभिभावक ने कहा— “हर साल हमारे बच्चे भीगे कपड़ों और जूतों में स्कूल आते-जाते हैं। इससे उनका स्वास्थ्य भी खराब होता है और पढ़ाई भी प्रभावित होती है। प्रशासन और स्कूल प्रबंधन की यह लापरवाही बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।”
फिलहाल बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई तात्कालिक उपाय नहीं किए गए हैं। ग्वालियर की यह तस्वीर उस व्यवस्था पर सवाल उठाती है, जो कागजों पर स्मार्ट सिटी बनती है लेकिन जमीनी हकीकत में नौनिहालों को पानी में धकेलती है।