भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में आज शुक्रवार को एक अहम मोड़ देखने को मिला जब कांग्रेस नेताओं ने राजभवन का रुख किया और मुलाकात के बाद वहीं धरने पर बैठ गए। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार की अगुवाई में कांग्रेस विधायकगण राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के बाद भी जब उन्हें स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला, तो वे वहीं धरने पर बैठ गए।
धरने की मुख्य वजह राज्य सरकार के मंत्री विजय शाह की स्थिति को लेकर जवाबदेही तय करना बताया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि विजय शाह से जुड़े मामले में राज्यपाल खुद हस्तक्षेप करें और स्पष्ट संदेश दें। उमंग सिंगार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जब तक राजभवन से कोई आधिकारिक संदेश नहीं आता, हम यहीं धरने पर बैठे रहेंगे।
इस घटनाक्रम ने प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। राजभवन के बाहर कांग्रेस नेताओं का धरना न केवल प्रशासनिक बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी दबाव बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है। अब यह देखना होगा कि राजभवन से क्या प्रतिक्रिया सामने आती है और यह आंदोलन किस दिशा में बढ़ता है।