भिलाई। CG News : शब्द कभी-कभी चाकू से भी गहरे घाव दे जाते हैं – भिलाई से सामने आई ये घटना इस कहावत को एक खौफनाक हकीकत में बदलती है। गणेशोत्सव के दौरान शोरगुल और लाउड म्यूजिक से परेशान एक 55 वर्षीय व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली, और अब पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है।
CG News : मामला भिलाई के हथखोज क्षेत्र के शीतला पारा का है, जहां 7 सितंबर 2024 को गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई थी। इलाके के मोहल्ला समिति ने लाउडस्पीकर और साउंड बॉक्स लगाकर धार्मिक कार्यक्रम शुरू किया। शीतला पारा के निवासी धन्नूलाल साहू, जो हृदय रोग से पीड़ित थे, कई बार समिति से निवेदन करते रहे कि आवाज कम कर दी जाए। लेकिन उनकी बात को न सिर्फ अनसुना किया गया, बल्कि तिरस्कारपूर्ण व्यवहार भी मिला।
“कान में रूई डाल ले” – अपमानजनक जवाब बना आखिरी चोट
11 सितंबर को जब धन्नूलाल ने एक बार फिर समिति के सदस्य गौरव उर्फ गोल्डी वर्मा से कम आवाज में साउंड बजाने की विनती की, तो जवाब मिला – “कान में रूई डाल ले और घर में बैठ जा!”
यह कथन उनके आत्मसम्मान को गहरा ठेस पहुंचाने वाला था। इसके बाद धन्नूलाल ने 15 सितंबर को अपने ही घर के स्टोररूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सुसाइड नोट ने खोले राज
पुलिस जांच के दौरान धन्नूलाल के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें गोल्डी वर्मा के व्यवहार और अपमानजनक शब्दों का जिक्र था। मृतक के दोनों पुत्रों ने उस लिखावट को अपने पिता की ही बताई।
सांत्वना की जगह तिरस्कार ने ले ली जान
थाना प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज के अनुसार, धन्नूलाल की लगातार गुहार और डायल 112 की समझाइश के बावजूद समिति के सदस्य अपनी ज़िद पर अड़े रहे। यहां तक कि थाना में भी दोनों पक्षों ने समझौता किया, लेकिन व्यवहारिक रूप से कोई बदलाव नहीं आया।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर गौरव उर्फ गोल्डी वर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आगे की जांच जारी है।यह घटना न सिर्फ एक संवेदनशील व्यक्ति की दुखद आत्महत्या है, बल्कि सामाजिक असंवेदनशीलता की भी कटु तस्वीर है। थोड़ा समझना, थोड़ा सुनना और थोड़ा सहना – शायद किसी की जान