रायपुर, 18 अप्रैल 2025 | राजधानी रायपुर में शुक्रवार सुबह एक बार फिर सियासी हलचल मच गई, जब CBI की टीम ने पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा के देवेन्द्रनगर स्थित आवास पर दबिश दी। यह कार्रवाई बहुचर्चित नान घोटाला, कोयला, आबकारी (शराब) घोटाला और महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े मामलों में की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, CBI की टीम सुबह-सुबह टुटेजा के घर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि, अब तक किसी भी स्तर पर इस छापेमारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, न ही CBI की ओर से कोई औपचारिक बयान आया है।
गौरतलब है कि अनिल टुटेजा को शराब घोटाले के मामले में दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। वह पिछले एक साल से भी अधिक समय से जेल में बंद थे। जमानत के बाद यह पहली बड़ी कार्रवाई है, जिसने प्रदेश की राजनीति को एक बार फिर गर्मा दिया है।
घोटालों की जड़ में कौन?
अनिल टुटेजा का नाम लंबे समय से छत्तीसगढ़ के बड़े आर्थिक घोटालों से जुड़ता रहा है:
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नान घोटाला: छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम में करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार।
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कोयला घोटाला: अवैध परिवहन और रॉयल्टी चोरी से जुड़ा मामला।
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शराब घोटाला: आबकारी विभाग में अनुचित ठेकों और रिश्वत के आरोप।
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महादेव ऐप कनेक्शन: अवैध सट्टा ऐप से कथित लिंक और आर्थिक लेनदेन की जांच।
CBI की यह ताजा कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है और विपक्ष लगातार केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाता रहा है। वहीं भाजपा का दावा है कि ये सभी जांच पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के “भ्रष्टाचार मॉडल” को बेनकाब कर रही हैं। राज्य की राजनीति पर नजर रखने वाले जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में ऐसे और भी बड़े चेहरे जांच के घेरे में आ सकते हैं। CBI की यह रेड केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक पूरे सिस्टम की जांच की ओर इशारा करती है।