नई दिल्ली। Air India : एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों की विश्वसनीयता पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। हॉन्गकॉन्ग से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट AI315 को तकनीकी खराबी के कारण बीच आसमान से ही वापस हॉन्गकॉन्ग लौटना पड़ा। अच्छी बात यह रही कि विमान में सवार सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं और फ्लाइट की सेफ लैंडिंग सुनिश्चित की गई।
Air India : एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि उड़ान के दौरान क्रू को तकनीकी समस्या का आभास हुआ, जिसके बाद पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए विमान को गंतव्य की बजाय लौटाने का निर्णय लिया। विमान को दोबारा हॉन्गकॉन्ग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतार लिया गया। फ्लाइट में कितने यात्री सवार थे, इस पर एयर इंडिया की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक संख्या नहीं दी गई है।
तकनीकी टीम जांच में जुटी
एयर इंडिया की इंजीनियरिंग टीम अब इस ड्रीमलाइनर की तकनीकी खामी की गहन जांच कर रही है। एयरलाइंस ने कहा कि यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत भारत लाने की तैयारी की जा रही है और उन्हें हर संभव सहायता दी जा रही है।
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लगातार सामने आ रही हैं खराबियों की घटनाएं
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में एयर इंडिया के विमानों, खासकर ड्रीमलाइनर मॉडल्स, में तकनीकी गड़बड़ियों की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे एयरलाइन की सेफ्टी और मेंटेनेंस व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
प्रश्नों के घेरे में एयर इंडिया की तकनीकी सतर्कता
बार-बार उड़ान के दौरान तकनीकी परेशानियों का सामने आना, यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ड्रीमलाइनर जैसी अत्याधुनिक श्रेणी की फ्लाइट में इस तरह की समस्याएं, या तो मेंटेनेंस की कमी या ऑपरेशन स्तर पर सतर्कता की कमजोरी को दर्शाती हैं।
निष्कर्ष:
हालांकि इस बार कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन हर बार किस्मत भरोसे कब तक चलेगा? एयर इंडिया को अपनी इंजीनियरिंग और फ्लाइट सेफ्टी प्रक्रिया पर अब पुनः मूल्यांकन करना ही होगा, वरना ‘ड्रीमलाइनर’ यात्रियों के लिए डर का पर्याय बन सकता है।