उज्जैन। Mahakal Bhasma Aarti : ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी पर 08 जून 2025, रविवार को उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में अलसुबह आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण माहौल में भस्म आरती की परंपरा का दिव्य आयोजन संपन्न हुआ। तड़के 4 बजे जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, भक्तों की आंखें भगवान महाकाल की भव्य मूर्ति पर ठहर गईं।
Mahakal Bhasma Aarti : भस्म आरती से पहले अभिषेक में पंचामृत से स्नान कराया गया — जल, दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से भगवान को शुद्ध कर भक्ति से भिगोया गया। फिर चिता भस्म से आरती की गई, जो केवल महाकाल को ही समर्पित एक अनोखी परंपरा है।
इस अवसर पर भगवान महाकाल को रजत मुकुट, मुण्डमाला, रुद्राक्ष माला, और पुष्पों की रंग-बिरंगी मालाओं से अलंकृत किया गया। मस्तक पर वैष्णव तिलक और चंदन से श्रृंगार कर उन्हें विष्णु स्वरूप में सजाया गया। भोग में फलों, मेवों और मिष्ठानों का अर्पण किया गया।
भक्ति से ओतप्रोत श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ दर्शन किए। दूर-दराज से आए भक्तों ने इसे जीवन की सबसे पवित्र अनुभूति बताया। आरती का आयोजन ऑफलाइन दर्शन के साथ-साथ लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से भी लाखों लोगों ने देखा।