भारत ने एक और ताकतवर सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को 25 मिनट के अंदर नेस्तनाबूद कर दिया। यह कार्रवाई राफेल विमानों से दागी गई स्कैल्प मिसाइलों द्वारा की गई, जिनकी गूंज से पूरा क्षेत्र दहल उठा। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ये ठिकाने आतंकवाद के खात्मे के लिए भारत की सख्त कार्रवाई का हिस्सा थे।
जैसे ही मिसाइलें अपने लक्ष्य तक पहुंचीं, तबाही की आवाज से पूरी वादी थर्रा उठी। धमाके के साथ ऊंची लपटें आसमान तक पहुंची। यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी साबित हुआ है कि अब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
इस ऑपरेशन की जानकारी और रणनीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की कड़ी निगरानी में तैयार की गई। ऑपरेशन “सिंदूर” की योजना 1 मई को बनाई गई थी और हमले की तारीख 7 मई निर्धारित की गई थी। यह ऑपरेशन पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था, ताकि किसी भी तरह की जानकारी लीक न हो सके।
पाकिस्तान ने जैसे ही इस हमले की जानकारी प्राप्त की, वहां की सरकार हड़बड़ी में बयान जारी करने लगी। हालांकि, पाकिस्तान में न तो सैन्य ताकत थी और न ही इतनी हिम्मत कि वह भारत के इस प्रतिशोध का सामना कर सके। भारत के प्रतिशोध के बाद पाकिस्तान अब कूटनीतिक तरीके से अपनी स्थिति को संभालने में जुटा है, जबकि उसे डर है कि अगले निशाने पर केवल आतंकी ठिकाने नहीं, बल्कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने भी हो सकते हैं।