राजगढ़। Rajgarh MP : मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक अनोखी शादी ने सबका दिल जीत लिया। इस शादी में न महल था, न मंडप और न ही सजी-धजी सजावट—फिर भी यह समारोह प्रेम, समर्पण और रिश्ते की गहराई का ऐसा उदाहरण बन गया, जिसे लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।
दरअसल, जिस दिन दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचने वाला था, उसी दिन दुल्हन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ऐसे में किसी और की जगह अगर होता तो शादी टालने की बात सोचता, लेकिन इस दूल्हे ने अपनी प्रेमिका को अकेला नहीं छोड़ा।
दूल्हा न केवल अस्पताल पहुंचा, बल्कि बैंड-बाजे के साथ वहां पहुंचकर शादी की सारी रस्में निभाईं। अस्पताल के एक कमरे को मंडप में बदला गया और दूल्हे ने दुल्हन को गोद में उठाकर सात फेरे लिए। इस दौरान स्टाफ, मरीज और परिजन—हर कोई इस भावनात्मक दृश्य का साक्षी बना।
शादी अक्षय तृतीया के पावन दिन हुई, लेकिन यह सिर्फ शुभ मुहूर्त की नहीं, बल्कि सच्चे रिश्ते की मिसाल बन गई। सोशल मीडिया पर जैसे ही इस विवाह की तस्वीरें और वीडियो सामने आए, लोग दूल्हे की इंसानियत, प्यार और वचनबद्धता की जमकर सराहना कर रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि शादी केवल रस्मों का नाम नहीं, बल्कि भावना और जिम्मेदारी का बंधन है—जो हर परिस्थिति में साथ निभाने की कसम खाता है।