भोपाल। Bhopal Doctor Murder Case : MBBS डॉक्टर ऋचा पांडे की रहस्यमय मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। चार महीने बाद मृतका के पति अभिजीत पांडे पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। इस बार मामला सिर्फ घरेलू विवाद या संदेह की सीमाओं तक नहीं रहा – बल्कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच में अभिजीत के फर्जी डॉक्टर होने और बगैर लाइसेंस के क्लीनिक संचालन की पुष्टि हुई है।
Bhopal Doctor Murder Case : जांच में सामने आया कि अभिजीत पांडे खुद को बीडीएस डॉक्टर बताकर भोपाल के एमपी नगर इलाके में क्लीनिक चला रहा था। जबकि उसके पास न तो कोई मेडिकल डिग्री है, न ही क्लीनिक संचालन का लाइसेंस। एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में एमपी नगर स्थित उसके दो फ्लैटों में छापा मारा गया, जहां से भारी मात्रा में मेडिकल मशीनें, दवाएं और पैकेजिंग सामग्री जब्त की गई।
जांच के दौरान यह भी पाया गया कि वह न केवल मरीजों का इलाज कर रहा था बल्कि दवाओं की पैकेजिंग और वितरण का काम भी कर रहा था – जो पूरी तरह अवैध है। पुलिस ने मौके पर पंचनामा तैयार कर दोनों फ्लैटों को सील कर दिया और पूरे ऑपरेशन की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
ऋचा पांडे की मौत के बाद परिजनों ने अभिजीत पर पहले से ही आरोप लगाए थे, लेकिन अब इस खुलासे के बाद मामले ने गंभीर और संगठित अपराध का रूप ले लिया है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है कि कहीं ये मामला सिर्फ एक फर्जी डॉक्टर का नहीं, एक पूरे फर्जी मेडिकल रैकेट से तो जुड़ा नहीं है।
अभी तक दो एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और अभिजीत पांडे की गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है। शहर में इस मामले को लेकर मेडिकल समुदाय में भी भारी आक्रोश है।