नई दिल्ली: अब पासपोर्ट बनवाना न सिर्फ आसान हो गया है, बल्कि पहले से कहीं अधिक सुरक्षित और स्मार्ट भी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0 की शुरुआत की है, जिसके तहत ई-पासपोर्ट की सुविधा को देशभर में लागू किया जा रहा है। इसकी घोषणा 13वें पासपोर्ट सेवा दिवस के मौके पर की गई।
नई दिल्ली: ई-पासपोर्ट एक स्मार्ट पासपोर्ट होता है, जिसमें एक कॉन्टैक्टलेस चिप लगी होती है। इस चिप में पासपोर्ट धारक की बायोमैट्रिक जानकारी, फोटो और अन्य जरूरी विवरण डिजिटल रूप से सेव रहते हैं। इससे न सिर्फ इमीग्रेशन प्रक्रिया तेज और सुरक्षित हो जाती है, बल्कि फर्जीवाड़े की संभावना भी कम होती है।
पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए अब पुलिस को घर भेजने की प्रक्रिया भी mPassport Police App के जरिए डिजिटल हो गई है। इससे वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 5 से 7 दिनों में पूरी हो रही है।
फिलहाल ई-पासपोर्ट की सुविधा इन शहरों में उपलब्ध है:
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नागपुर
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भुवनेश्वर
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जम्मू
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शिमला
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रायपुर
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अमृतसर
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जयपुर
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चेन्नई
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हैदराबाद
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सूरत
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रांची
जल्द ही यह सुविधा देशभर में लागू कर दी जाएगी।
कोई भी भारतीय नागरिक जो पासपोर्ट के लिए पात्र है, वह ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकता है। आने वाले समय में ई-पासपोर्ट ही स्टैंडर्ड दस्तावेज के रूप में इस्तेमाल होगा।
ई-पासपोर्ट के लिए जरूरी दस्तावेज:
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आधार कार्ड
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पैन कार्ड
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बैंक पासबुक
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बिजली/पानी/गैस का बिल
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जन्म प्रमाणपत्र
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वोटर आईडी
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ड्राइविंग लाइसेंस
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मैट्रिकुलेशन का सर्टिफिकेट
पासपोर्ट सेवा पोर्टल passportindia.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। ई-पासपोर्ट की यह पहल भारत की डिजिटल इंडिया मुहिम को और मजबूत बनाती है और नागरिकों को अधिक सुविधा व सुरक्षा प्रदान करती है।