उज्जैन, 11 जून 2025 – MP Ujjain News : उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के पास बेगम बाग क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। हरि फाटक ब्रिज के पास महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग पर स्थित गुलनाज खान, मोहम्मद शाहिद, कनीज खान और जुबैदा खान सहित चार भूखंडों पर बनी 7 अवैध व्यावसायिक और रहवासी बिल्डिंगों को आज जमींदोज किया जा रहा है। यह कार्रवाई उच्च न्यायालय द्वारा स्टे समाप्त होने के बाद उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) द्वारा की जा रही है।
MP Ujjain News : सुबह से शुरू हुई इस विध्वंस की कार्रवाई में किसी प्रकार का कोई विरोध प्रदर्शन देखने को नहीं मिला, जो पिछली बार (19 दिन पूर्व) पांच बिल्डिंगों को हटाए जाने के दौरान हुए विरोध से विपरीत है। प्रशासन ने शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए 250 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवान (जिनमें आईपीएस, एडिशनल एसपी, सीएसपी, टीआई शामिल हैं) और 250 नगर निगम व प्रशासनिक कर्मी (UDA CEO, SDM, तहसीलदार, पटवारी शामिल) तैनात किए हैं। एक दर्जन से अधिक बुलडोजर और पोकलेन मशीनों की मदद से ध्वस्तीकरण का कार्य जारी है।
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, उज्जैन विकास प्राधिकरण ने वर्ष 1985 में बेगम बाग क्षेत्र में करीब 30 भूखंड आवासीय उपयोग के लिए 30 साल की लीज पर दिए थे। इन भूखंड धारकों ने आवासीय उपयोग के बजाय इनका पूरी तरह से व्यावसायिक उपयोग करना शुरू कर दिया, जो कि नियम विरुद्ध था। वर्ष 2014-15 में इन भूखंडों की लीज समाप्त हो गई, जिसका नवीनीकरण भी नहीं कराया गया। उज्जैन विकास प्राधिकरण ने लगातार नोटिस जारी किए, और 2023-24 में भूखंड धारकों की लीज समाप्त कर दी। इसके खिलाफ भूखंड धारक न्यायालय गए, जहां उन्हें स्टे मिल गया था।
न्यायालय से स्टे हटने के बाद कार्रवाई
कई भूखंडों से न्यायालय का स्टे हट चुका है, जिसके बाद UDA ने कार्रवाई शुरू की है। 19 दिन पहले भी इसी क्षेत्र में 5 अवैध बिल्डिंगों को हटाया गया था। आज जिन 7 बिल्डिंगों पर कार्रवाई हो रही है, उनमें भूखंड क्रमांक 20 (गुलनाज खान की दो दुकानें), भूखंड क्रमांक 30 (मोहम्मद शाहिद की होटल सहित दो पार्ट), भूखंड क्रमांक 59 (कनीज खान का व्यावसायिक उपयोग) और भूखंड क्रमांक 64 (जुबैदा खान की दो दुकानें) शामिल हैं। UDA CEO संदीप कुमार सोनी ने बताया कि न्यायालय से स्टे खारिज होने और भूखंडों का आवासीय के बजाय व्यावसायिक उपयोग होने के कारण यह कार्रवाई की जा रही है।
सुरक्षा और आगे की योजना
यह क्षेत्र महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग पर स्थित होने के साथ ही मुस्लिम बाहुल्य और अति संवेदनशील माना जाता है, इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दोनों ओर से रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया गया है और महाकाल मंदिर जाने के लिए मार्ग परिवर्तित किए गए हैं। आईपीएस राहुल देशमुख ने बताया कि पुलिस की समझाइश के बाद लोगों ने स्वतः अपना सामान हटा लिया था, इसलिए कार्रवाई शांतिपूर्ण रही।