उज्जैन, 23 जुलाई 2025: धार्मिक नगरी उज्जैन में आज, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी और सावन शिवरात्रि के पावन पर्व पर, श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल का अद्भुत और मनमोहक श्रृंगार किया गया। भस्म आरती के पवित्र अनुष्ठान के संपन्न होते ही, मंदिर के पुजारियों ने बाबा को विभिन्न प्रकार के फूलों, बिल्व पत्र और सुगंधित द्रव्यों से अलंकृत किया।
आज के विशेष दिवस पर बाबा महाकाल को चांदी के आभूषणों और रंग-बिरंगे वस्त्रों से सजाया गया, जिससे उनके दर्शन और भी दिव्य हो उठे। बाबा के माथे पर चंदन का त्रिपुंड और गले में पुष्पहार सुशोभित था। इस अलौकिक श्रृंगार को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्म आरती के बाद भी कतार में खड़े रहे।
भक्तों ने महाकाल के इस दिव्य रूप के दर्शन कर स्वयं को धन्य महसूस किया और ‘जय महाकाल’ के जयघोष से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। इस विशेष श्रृंगार के दर्शन कर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना की। मंदिर समिति द्वारा भक्तों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई थीं, ताकि वे सुगमता से दर्शन कर सकें।