कोरबा : Korba News : छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले में एक यात्री बस के पलटने से जहां दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, वहीं हादसे के बाद की स्थिति ने स्थानीय प्रशासन की तैयारियों और तालमेल की पोल खोल दी। हादसा देर रात कोरकोमा बताती के पास हुआ, जब जयपुर जा रही एक यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई।
बस में 25 से ज़्यादा यात्री सवार थे, जिनमें से कई को गंभीर चोटें आई हैं। कुछ यात्री किसी तरह खुद बस से बाहर निकले, जबकि अन्य को स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों की मदद से बाहर निकाला गया। घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, और अन्य यात्रियों के लिए दूसरी बस की व्यवस्था की गई।
हादसे से ज़्यादा चर्चा में रहा ‘सीमा विवाद’
हादसे के बाद राहत और बचाव के साथ ही एक और दृश्य सामने आया — थाना क्षेत्र विवाद। बस दुर्घटना करतला और रजगामार थानों की सीमा पर हुई, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो सका कि कार्रवाई की जिम्मेदारी किस थाने की है। दोनों थाना प्रभारियों के बीच इसको लेकर विवाद की स्थिति बन गई।
एक ओर जहां घायलों को चिकित्सा सहायता की सख्त ज़रूरत थी, वहीं दूसरी ओर प्राथमिक जांच, केस दर्ज करने और आगे की कार्यवाही को लेकर पुलिसकर्मी उलझे हुए नजर आए। यह प्रशासनिक असमंजस स्थानीय स्तर पर समन्वय की कमी और संसाधनों के असमान वितरण को भी उजागर करता है।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में बस की तेज गति को दुर्घटना का मुख्य कारण माना गया है। लेकिन सवाल यह भी उठता है कि लंबी दूरी तय करने वाली बसों की नियमित जाँच और चालक की निगरानी क्यों नहीं की जाती?