कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में पीएटी परीक्षा के दौरान प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। इस बार परीक्षा केंद्र पर जिम्मेदार अधिकारियों की चूक के चलते चार छात्र परीक्षा देने से वंचित रह गए। छात्रों का आरोप है कि उन्हें प्रवेश द्वार पर कोई उचित मार्गदर्शन नहीं मिला, जिससे वे समय पर परीक्षा कक्ष तक नहीं पहुंच सके।
इनमें एक छात्र खेमलाल मौर्य, जो मालगांव से बाइक से परीक्षा देने आ रहा था, रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और घायल हो गया। इसके बावजूद वह निर्धारित समय से पहले परीक्षा केंद्र पहुंच गया। लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों ने न तो उसे प्राथमिक इलाज दिया, न ही परीक्षा दिलवाने की कोशिश की। उल्टे उसे अस्पताल भेज दिया गया।
स्थानीय लोगों और छात्रों में इस घटना को लेकर भारी नाराज़गी है। उनका कहना है कि अगर परीक्षा केंद्र पर जिम्मेदार अधिकारी सतर्क होते और सही मार्गदर्शन देते, तो इन छात्रों का एक साल खराब नहीं होता। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या इन छात्रों को दोबारा मौका मिलेगा, या यह प्रशासनिक लापरवाही यूं ही दबी रह जाएगी।