गुना। मध्यप्रदेश के गुना में 15 वर्षीय अभ्युदय जैन की मौत के मामले में एक नया मोड़ आया है। SIT की ताजातरीन जांच और भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की मेडिको-लीगल रिपोर्ट ने पूरे मामले का नाटकीय यू-टर्न लिया है। 58 दिनों से बेटे की हत्या के आरोप में सलाखों के पीछे बंद अभ्युदय की मां अलका जैन को SIT ने निर्दोष पाया है।
नई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पार्शियल हैंगिंग (आंशिक फांसी) बताया गया, जो आत्महत्या की पुष्टि करता है। इस खुलासे के बाद पुलिस की प्रारंभिक जांच और मेडिकल प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। 14 फरवरी 2025 को गुना की चौधरन कॉलोनी में अभ्युदय का शव घर के बाथरूम में पाया गया था। गले में दुपट्टा और पैरों पर रस्सी के निशान के चलते आत्महत्या का संदेह हुआ था।
जिला अस्पताल में तीन डॉक्टरों के द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में स्ट्रैंगुलेशन (गला घोंटना) कारण बताया गया था, जिसके बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया और 8 मार्च को अलका जैन को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, उनके पति अनुपम जैन ने पुलिस की जांच को गलत ठहराते हुए पत्नी की बेगुनाही का दावा किया और दोबारा जांच की मांग की।
SIT के गठन के बाद नए साक्ष्यों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ कि यह आत्महत्या का मामला था, न कि हत्या। अब पुलिस इस मामले में खात्मा रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी में है।