Gwalior News: ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठने लगे हैं। मृतक की पहचान राजीव उर्फ गुड्डू गौर के रूप में हुई है, जो बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के चर्चित डबल मर्डर केस में जेल में बंद था। मिली जानकारी के अनुसार, गुड्डू गौर की तबीयत जेल में अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
Gwalior News: यह सनसनीखेज मामला करीब 9 महीने पहले ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के बारहबीघा इलाके में सामने आया था। नगर निगम में ठेकेदारी करने वाले नरेंद्र नामक शख्स ने घरेलू तनाव और पैसों के लेनदेन को लेकर पहले अपनी पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। ठेकेदार की पत्नी की हथेली में लिखा सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने अपने भाई गुड्डू उर्फ राजीव गौर को इस मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इसी आधार पर पुलिस ने गुड्डू के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था। करीब 45 दिनों तक फरार रहने के बाद पुलिस ने गुड्डू को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
गुड्डू के परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते उसकी मौत हुई है। उनका आरोप है कि समय रहते उचित इलाज नहीं दिया गया, जिसके चलते गुड्डू की जान चली गई। इस मामले में ASI बृजेंद्र सिंह तोमर, बहोड़ापुर थाना ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की जांच की जाएगी और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद जेल प्रशासन और चिकित्सा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं और जेल में हुई मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।