इंदौर। Cryptocurrency fraud : हाई-टेक ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां क्रिप्टोकरंसी में कई गुना मुनाफे का झांसा देकर चार निवेशकों से 1 करोड़ 34 लाख रुपये की ठगी की गई। इस साइबर फ्रॉड में कर्नाटक के दो युवकों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी फरार है।
Cryptocurrency fraud : गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिषेक और अनुराग के रूप में हुई है। इन्होंने ‘नोमोक्ष टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की एक फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को निवेश के लिए प्रेरित किया। पीड़ितों में मोहसिन, कपिल, अमित और राहुल शामिल हैं, जिनसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए संपर्क किया गया और उन्हें बताया गया कि कुछ ही महीनों में उनका निवेश कई गुना बढ़ जाएगा।
आरोपियों ने अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लेकर भरोसा जमाया और धीरे-धीरे करोड़ों रुपये हड़प लिए। शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने जब जांच शुरू की तो तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को तीसरे आरोपी की तलाश है, जो अब भी फरार है।
इंदौर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी तरह की हाई-रिटर्न स्कीम या डिजिटल निवेश से पहले अच्छी तरह जांच करें और केवल विश्वसनीय संस्थानों पर ही भरोसा करें। यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि साइबर फ्रॉड के नए-नए तरीके आम आदमी को निशाना बना रहे हैं और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।