मुरैना (मध्यप्रदेश): मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक को छात्रा को बार-बार फोन कर परेशान करना भारी पड़ गया। युवक की सरेआम पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना पोरसा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अटेर रोड की है, जहां छात्रा के परिजनों और स्थानीय लोगों ने युवक को पकड़कर पहले जमकर पिटाई की और फिर सड़क पर घुमाकर उसका जुलूस निकाला।
लगातार फोन कर कर रहा था परेशान
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक एक छात्रा को बीते कई दिनों से लगातार फोन कर परेशान कर रहा था। शुरुआत में छात्रा ने इस बात को नजरअंदाज किया, लेकिन जब युवक ने उसके मना करने पर धमकी देना शुरू कर दिया, तो उसने यह बात अपने परिवार को बताई। परिजनों ने पहले पूरे मामले की पुष्टि की और फिर युवक को पकड़ने की योजना बनाई।
भीड़ ने मिलकर की पिटाई, फिर निकाला जुलूस
जैसे ही युवक की पहचान हुई, छात्रा के परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे अटेर रोड पर पकड़ लिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने बीच सड़क पर युवक की जमकर पिटाई की। यही नहीं, इसके बाद युवक का एक प्रतीकात्मक जुलूस भी निकाला गया, जिसमें उसे गलियों और प्रमुख मार्गों पर घुमाया गया। जुलूस के दौरान लोग आरोपी के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस पूरी घटना का वीडियो कुछ लोगों ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक को घसीटते हुए ले जाया जा रहा है, उसके कपड़े अस्त-व्यस्त हैं और लोग चारों ओर से उस पर फब्तियां कस रहे हैं। यह वीडियो स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों में भी चर्चा का विषय बन गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच, कानूनी कार्रवाई की तैयारी
घटना की जानकारी मिलते ही पोरसा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बताया कि युवक के खिलाफ छात्रा को परेशान करने, बार-बार फोन करने और धमकी देने जैसे आरोपों की जांच की जा रही है। साथ ही भीड़ द्वारा की गई पिटाई और सड़क पर जुलूस निकालने के मामले को भी गंभीरता से लिया गया है। पुलिस का कहना है कि सभी पक्षों की बयानबाजी के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कानून अपने हाथ में लेना कितना उचित?
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भीड़ को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार है? भले ही युवक ने गलत किया हो, लेकिन जिस तरह से उसकी सार्वजनिक पिटाई और जुलूस निकाला गया, वह भी कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करता है। सोशल मीडिया पर जहां कुछ लोग परिजनों की कार्रवाई को ‘तुरंत न्याय’ मान रहे हैं, वहीं कई यूजर्स इस कृत्य को “भीड़तंत्र” कहकर निंदा कर रहे हैं।