Big Breaking: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के कोसाबाड़ी गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शुक्रवार रात मां के साथ आंगन में सो रही 7 साल की बच्ची अचानक लापता हो गई। बच्ची की पहचान महेश्वरी गोस्वामी के रूप में हुई है, जो देर रात करीब 2 बजे अपने घर से रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई। घटना की रात महेश्वरी अपनी मां पुष्पा गोस्वामी के साथ खुले आंगन में सो रही थी। रात में मां की आंख खुली तो उन्होंने देखा कि महेश्वरी वहां नहीं है। परिजनों ने तुरंत आसपास के इलाकों में तलाश शुरू की लेकिन बच्ची का कहीं पता नहीं चला।
सूचना मिलने पर लोरमी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। संदेह के आधार पर गांव के ही एक झाड़-फूंक करने वाले बैगा को हिरासत में लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, हालांकि बच्ची का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
बच्ची के पिता जनक गिर गोस्वामी, जो लकवे के शिकार हैं, ने पुलिस पर असहयोग का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस मदद करने की बजाय उलझाने वाले सवाल पूछ रही है और दबाव बना रही है। उन्होंने कहा कि परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है और वे एक कच्चे मकान में रहते हैं। परिवार में पांच बच्चे हैं, जिनमें से दो घटना की रात चाचा के घर सोने गए थे।
लोरमी पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। डीएसपी मयंक तिवारी ने जानकारी दी कि एक विशेष सर्च टीम का गठन किया गया है, जो गांव और आसपास के क्षेत्रों में बच्ची की तलाश में जुटी है।
इस घटना के बाद पूरे कोसाबाड़ी गांव में डर और बेचैनी का माहौल है। गांव के लोग और परिजन सोशल मीडिया पर बच्ची की तस्वीरें और जानकारी शेयर कर उसे ढूंढ़ने की अपील कर रहे हैं। यह मामला न केवल पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गया है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर कितनी सतर्कता बरतने की जरूरत है।