सीधी / मध्य प्रदेश | Sidhi News : आदिवासियों के घरो पर चला प्रशासन का बुलडोजर,घरों से लगभग 100 सदस्य हुए बेघर,मवेशियों को लेकर रेन बसेरा में गुजारी रात,घरेलू सामग्री को निकालने तक का मौका नहीं, सीधी शहर के डैनिहा में कई देशको से बसे आदिवासी परिवारो को प्रशासन द्वारा घरों पर बुलडोजर चला कर बेघर कर दिया गया है घर में दबे सामग्रियों को समेटने में पीड़ित परिवार लगा हुआ है ।
Sidhi News : दरअसल या पूरा मामला सिविल न्यायालय में चल रहे जमीनी विवाद में आदेश देने के बाद कब्जा हटाकर मूल भूस्वामी को सुपुर्द करने की कार्यवाही प्रशासन के द्वारा की गई थी,लोगों के द्वारा बताया गया कि कई दशकों से मकान बनाकर यही निवास कर रहे थे, शासन द्वारा नोटिस भी नहीं दी गई
और जेसीबी लगाकर मकान को तोड़ दिया गया है जिससे पूरा सामान दब गया है छोटे-छोटे बच्चों को लेकर के कहां जाएं कुछ समझ में नहीं आ रहा है काफी संख्या में लोगों को रात में रैन बसेरा में ले जाकर के डाल दिया गया था मवेशी व बकरियां वहीं बंधी हुई है। दिन भर मजदूरी करके बच्चों का भरण पोषण करने के बाद अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि कहां जमीन मिलेगी और कहां घर बनाएंगे । दिन भर काम करते हैं तो शाम का भोजन नसीब होता है और अब यह बड़ी आफत का सामना कैसे करेंगे।
प्रशासन द्वारा जेसीबी लगाकर मकान को तोड़ दिया गया है लेकिन कहीं आश्वासन भी नहीं दिया गया है कि कहां रखा जाएगा ।बरसात के दिनों में यह मुसीबत का सामना कैसे कर पाएंगे। महिलाओं ने कहा कि सरकार आदिवासियों की हितैसी है लेकिन जिस तरीके से घरों पर बुलडोजर चला है किसी की एक बात नहीं सुनी गई ,तो आदिवासी परिवार प्रशासन की कार्यवाही से तबाह हो गया है एक दर्जन से अधिक मकानों को तोड़ने के बाद कोई देखने तक नहीं आया कि आखिर उसमें रहने वाले लोग जिंदा है या मर गए हैं।
विधायक के दखल देने के बाद पीड़ित आदिवासीयों के पास पहुंचे तहसीलदार राकेश शुक्ला और एसडीएम नीलेश शर्मा के साथ टी आई कन्हैया सिंह बघेल ने घर से बेघर हुए लोगों की समस्याओं को देखते हुए रैन बसेरा में आश्रय दिलवाया साथ ही उन गरीब आदिवासी परिवारों को भुमि चिन्हित करके पत्ता और सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करके आवास की सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया है