रायपुर, 25 अप्रैल : Raipur Breaking : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बड़ी खबर सामने आई है। भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत हुए भू-अधिग्रहण और मुआवजा वितरण में कथित भ्रष्टाचार की शिकायतों पर आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने आज सुबह से प्रदेशभर में एक साथ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है।
Raipur Breaking : सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में करीब डेढ़ दर्जन ठिकानों पर एक साथ रेड की जा रही है। ये छापे तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, आरआई सहित राजस्व और प्रशासनिक विभाग के कई अधिकारियों-कर्मचारियों के ठिकानों पर चल रहे हैं।
मामले की पृष्ठभूमि:
भारतमाला परियोजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत देशभर में हाईवे नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। इसके तहत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में ज़मीन अधिग्रहण के दौरान अनियमितता और फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आई थीं।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कुछ अधिकारियों ने मुआवजे की राशि में गड़बड़ी, भूमि के वर्गीकरण में हेराफेरी और कृत्रिम ज़मीन मालिक तैयार कर करोड़ों का घोटाला किया है।
जिन जिलों में हो रही कार्रवाई:
EOW और ACB की टीमों ने जिन जिलों में दबिश दी है, उनमें रायपुर, धमतरी, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद सहित कई अन्य इलाके शामिल हैं।
कागज़ात, लैपटॉप, मोबाइल जब्त:
कार्रवाई के दौरान अधिकारियों के आवासों व कार्यालयों से दस्तावेज़, कंप्यूटर, मोबाइल फोन, जमीन संबंधी रिकॉर्ड समेत अन्य डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं।
आगे की कार्रवाई:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, EOW इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही इसमें कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं। ज़रूरत पड़ने पर कुछ अधिकारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया जा सकता है।