PCS officer Jyoti Maurya : प्रयागराज | उत्तर प्रदेश की चर्चित पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके पति आलोक मौर्या, जो ग्राम पंचायत विभाग में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं, ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुजारा भत्ता दिए जाने की मांग को लेकर याचिका दायर की है। आलोक मौर्या ने अपनी याचिका में कहा है कि उनकी पत्नी एक वरिष्ठ अधिकारी हैं और उनसे कई गुना अधिक आय अर्जित करती हैं, जबकि उन्हें खुद आजीविका चलाने में कठिनाई हो रही है। ऐसे में जब तक दांपत्य विवाद का निपटारा नहीं होता, तब तक उन्हें गुजारा भत्ता प्रदान किया जाए।
हाईकोर्ट ने PCS अफसर को जारी किया नोटिस
याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति अरिंदम सिन्हा और डॉ. वाईके श्रीवास्तव की खंडपीठ ने ज्योति मौर्या को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 8 अगस्त 2025 को निर्धारित की गई है। इससे पहले आलोक मौर्या ने कुटुंब न्यायालय में भी इसी मांग के तहत याचिका दायर की थी, लेकिन खारिज होने के बाद उन्होंने उच्च न्यायालय की शरण ली।
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2023 में आया था निजी विवाद सार्वजनिक रूप में
यह मामला पहली बार 2023 में सामने आया था, जब PCS बनने के बाद ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक के बीच रिश्तों में खटास आ गई थी। आलोक ने आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से संबंध हैं और दोनों मिलकर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में व्हाट्सएप चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत विभाग को सौंपे थे। इसके बाद मनीष दुबे का तत्काल गाजियाबाद से महोबा तबादला कर दिया गया था। जवाबी कार्रवाई में ज्योति मौर्या ने दहेज उत्पीड़न का केस प्रयागराज के धूमनगंज थाने में पति आलोक व उनके परिजनों पर दर्ज कराया था।
शादी, संघर्ष और सफलता की कहानी
- शादी: ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या की शादी 2010 में हुई थी।
- सफलता: ज्योति ने 2015 में यूपीपीएससी परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर PCS अधिकारी बनीं।
- वर्तमान पोस्टिंग: वर्तमान में ज्योति मौर्या बरेली की एक चीनी मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं।
- आलोक मौर्या: प्रतापगढ़ जिले में ग्राम पंचायत विभाग में चपरासी के रूप में कार्यरत हैं।
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बड़ा सवाल: क्या न्याय मिलेगा…
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हाईकोर्ट की आगामी सुनवाई में गुजारा भत्ते की मांग पर क्या रुख अपनाया जाता है। साथ ही, इस मामले में जो सामाजिक, आर्थिक और वैवाहिक जटिलताएं हैं, वे एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई हैं।