इंदौर। Indore News : मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार एमवाय अस्पताल एक बार फिर सवालों के घेरे में है। आरोप है कि समय पर खून उपलब्ध न होने के चलते हाई टेंशन लाइन की चपेट में आए मासूम की जान नहीं बचाई जा सकी। इस दर्दनाक घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।
Indore News : पूरा मामला पीथमपुर क्षेत्र का है, जहां बुधवार को घर की छत पर खेलते समय जुड़वां भाई विकास और आकाश हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए थे। दोनों को गंभीर हालत में इलाज के लिए इंदौर के एमवाय अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान विकास की बुधवार रात ही मौत हो गई थी।
गंभीर रूप से झुलसे आकाश की हालत बिगड़ने पर ड्यूटी डॉक्टर ने पिता को खून लाने के लिए ब्लड बैंक भेजा। परिजनों का आरोप है कि खून मिलने में देरी हुई, जिस वजह से आकाश ने भी दम तोड़ दिया। इस दोहरी मौत के बाद परिवार टूट गया है और अस्पताल पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं।
अब यह मामला एमवाय अस्पताल की व्यवस्थाओं और आपातकालीन सेवाओं की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। परिजनों ने मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।