sagar News: सागर : मध्य प्रदेश के सागर जिले में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी संतोष कुमार जैन को ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई गल्ला मंडी स्थित खुशहाल कृषि सेवा केंद्र पर की गई, जहां अधिकारी एक दवा व्यापारी से रिश्वत की रकम ले रहे थे।
sagar News:जानकारी के अनुसार, फरियादी सुनील कुमार जैन, जो सागर की ग्ला मंडी में कृषि दवाओं की दुकान चलाते हैं, ने लोकायुक्त सागर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि कृषि अधिकारी संतोष जैन उनके दुकान के लाइसेंस नवीनीकरण, प्रिंसिपल सर्टिफिकेट (PC) जोड़ने और मक्का की सैंपल जांच रिपोर्ट उनके पक्ष में करने के एवज में ₹1 लाख की रिश्वत मांग रहे हैं।
sagar News:फरियादी ने बताया कि उसने पहले ही ₹50,000 दे दिए थे, और शेष ₹50,000 देने के लिए अधिकारी ने उसे दुकान पर बुलाया था। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने शिकायत की पुष्टि करते हुए जाल बिछाया और 28 जून 2025 को अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
sagar News:डीएसपी संजय कुमार जैन ने प्रेस को बताया कि “शिकायत की जांच के बाद ट्रैप की कार्रवाई की गई। आरोपी संतोष कुमार जैन को फरियादी से रिश्वत की शेष राशि ₹50,000 लेते हुए पकड़ा गया। नोटों पर फिनोफ्थलीन पाउडर लगाया गया था और जब आरोपी के हाथ धोए गए तो पानी गुलाबी हो गया, जिससे रिश्वत लेना सिद्ध हो गया।”
sagar News:चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी अधिकारी का सिर्फ एक दिन बाद रिटायरमेंट था। बावजूद इसके उन्होंने रिश्वत लेने से परहेज नहीं किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि कैसे कुछ अधिकारी रिटायरमेंट तक भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं।
sagar News:पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है। यह घटना सरकार के उन दावों पर सवाल उठाती है जिसमें पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात की जाती है।
sagar News:फरियादी सुनील जैन ने बताया:“उन्होंने धमकी दी थी कि अगर पैसे नहीं दिए तो दुकान का लाइसेंस निरस्त कर देंगे और दुकान सील करवा देंगे। मैं डरा हुआ था लेकिन फिर हिम्मत करके लोकायुक्त में शिकायत की।”
sagar News:इस कार्रवाई से सागर जिले के व्यापारियों और आम जनता में लोकायुक्त पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ा है। वहीं भ्रष्ट अधिकारियों के लिए यह एक स्पष्ट संदेश है कि रिश्वत लेने पर अब बचना आसान नहीं है।