राजधानी रायपुर: रायपुर के जयस्तंभ चौक स्थित रवि भवन में शुक्रवार को पुलिस, बाल संरक्षण इकाई और महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई श्रम विभाग के अंतर्गत काम कर रही एक संस्था की बाल श्रम संबंधी शिकायत के आधार पर की गई।
जांच के दौरान पांच दुकानों—तिरुपति नावेल्टी, मोबाइल गैलेक्सी, जय मोबाइल एक्सेसरीज, बालाजी वॉच और स्मार्ट मोबाइल—में छह नाबालिग (चार लड़के और दो लड़कियां) काम करते पाए गए। सभी बच्चों को तत्काल रेस्क्यू कर बाल आश्रमों में सुरक्षित पहुंचा दिया गया है।
टीम का नेतृत्व आईयूसीएडब्ल्यू की डीएसपी नंदनी ठाकुर कर रही थीं। उनके साथ बाल संरक्षण अधिकारी संजय निराला, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रतिनिधि और गोलबाजार थाना प्रभारी अर्चना धुरंधर भी मौजूद थीं।
दुकानदारों के खिलाफ बाल श्रम निषेध अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम और बीएनएस की धाराओं के तहत गोलबाजार थाने में मामला दर्ज किया गया है। कानूनी जानकारों का कहना है कि इन धाराओं में सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
सूत्रों के अनुसार, जैसे ही छापे की सूचना फैली, कई दुकानदारों ने बच्चों को छिपा दिया। अफसरों का कहना है कि आगे भी बिना पूर्व सूचना के छापेमारी की जाएगी, ताकि बाल श्रम को पूरी तरह खत्म किया जा सके।