MP NEWS :सागर। जिले की माथौन तहसील के एक शासकीय कार्यालय में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर किए जाने का मामला उजागर हुआ है। विभागीय जांच में पुष्टि होने के बाद संबंधित कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
MP NEWS :जानकारी के अनुसार, कर्मचारी ने दिव्यांग कोटे के तहत नौकरी प्राप्त करने के लिए फर्जी दिव्यांगता प्रमाणपत्र का उपयोग किया था। जांच में सामने आया कि वर्ष 2023 में नियुक्ति से पहले वह एक सड़क दुर्घटना में घायल हुआ था, जिसमें उसका पैर फ्रैक्चर हुआ था। इस चोट के आधार पर उसने खुद को विकलांग दर्शाते हुए फर्जी प्रमाणपत्र बनवाया और विकलांग आरक्षण कोटे के तहत नौकरी प्राप्त की।
MP NEWS :मेडिकल बोर्ड की विस्तृत जांच में यह स्पष्ट हुआ कि कर्मचारी जन्मजात या प्राकृतिक रूप से दिव्यांग नहीं है। शिकायतकर्ता, जो भर्ती परीक्षा में वेटिंग लिस्ट में प्रथम स्थान पर था, ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। उसी की पहल पर मामले की जांच शुरू हुई और सच्चाई सामने आई।
MP NEWS :बताया जा रहा है कि सागर जिले में इस तरह का यह पहला मामला है, लेकिन शिकायतकर्ता का कहना है कि यह केवल एक उदाहरण है और प्रदेश भर में इस प्रकार के कई मामले सामने आ सकते हैं, यदि शासन विभागवार मुख्यालय स्तर पर जांच कराए।यह मामला शासन के लिए भी एक चेतावनी है कि आरक्षण प्रणाली की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त निगरानी और सत्यापन प्रणाली की आवश्यकता है।