Jabalpur News: जबलपुर : जबलपुर की रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (RDVV) के कुलगुरु डॉ. राजेश वर्मा पर लगे यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया है। कोर्ट ने विश्वविद्यालय की पूर्व जांचों को लेकर असंतोष जाहिर किया और साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ के संकेत मिलने पर सख्त रुख अपनाया।
Jabalpur News: हाईकोर्ट ने जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना की रिपोर्ट को अहम आधार मानते हुए यह आदेश दिया है। कलेक्टर ने कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा कि पूर्व जांच रिपोर्ट असंतोषजनक है और अदालत के निर्देशों की अनदेखी की गई है। खासकर कथित घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित न रखना और बाद में यह कहना कि कैमरे बंद थे, कोर्ट को बेहद संदेहास्पद लगा।
Jabalpur News: याचिकाकर्ता के वकील ने दलील दी कि कुलगुरु के राजनीतिक संपर्कों के चलते जांच प्रभावित हो रही है। कोर्ट ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि जांच में गड़बड़ियां और विरोधाभासी तथ्य यह दर्शाते हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन के कुछ वरिष्ठ अधिकारी जांच को प्रभावित कर रहे हैं।
Jabalpur News: अब गठित होने वाली SIT में तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होंगे, जिनमें एक महिला अधिकारी भी होंगी और सभी अधिकारी जबलपुर जिले से बाहर के होंगे। इस टीम का नेतृत्व IG रैंक का अधिकारी करेगा। SIT की रिपोर्ट कोर्ट में 16 जून 2025 को पेश की जानी है। साथ ही, पूर्व में गठित जांच समितियों की रिपोर्ट और सभी दस्तावेज एसआईटी को सौंपने के निर्देश भी अदालत ने दिए हैं।