Bihar Assembly Elections 2025 : बिहार | बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने अपनी चुनावी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में पार्टी आलाकमान ने अपनी चुनावी रणनीति को धार देने के लिए 58 ऑब्जर्वरों (पर्यवेक्षकों) की एक बड़ी सूची जारी की है। इस सूची में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के 6 प्रमुख नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो चुनावी तैयारी में कांग्रेस की रणनीतिक गंभीरता को दर्शाती है।
Bihar Assembly Elections 2025 : MP-CG के 6 दिग्गज नेताओं पर भरोसा: कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल द्वारा जारी की गई इस सूची के अनुसार, मध्य प्रदेश से पूर्व विधानसभा सदस्य प्रियव्रत सिंह और भोपाल के विधायक आरिफ मसूद को बिहार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, छत्तीसगढ़ से पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक शैलेश पांडेय, संगठन से जुड़े दीपक मिश्रा और वरिष्ठ नेता भुवनेश्वर बघेल जैसे चार कद्दावर नेताओं को इसमें जगह मिली है। इन नेताओं का चयन उनके सांगठनिक अनुभव और पिछले चुनावी प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
Bihar Assembly Elections 2025 :
बूथ मैनेजमेंट और कार्यकर्ता एकजुटता पर रहेगा फोकस: इन नवनियुक्त पर्यवेक्षकों की मुख्य जिम्मेदारी बूथ मैनेजमेंट को मजबूत करना, स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं में एकजुटता स्थापित करना और विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करना होगा। वे जमीनी स्तर पर पार्टी की स्थिति का आकलन करेंगे और रिपोर्ट सीधे हाईकमान को सौंपेंगे।
महागठबंधन में अहम भूमिका: यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कांग्रेस बिहार में महागठबंधन का एक अभिन्न हिस्सा है। ऐसे में, आगामी चुनाव में सीटों के तालमेल, सशक्त उम्मीदवारों के चयन और प्रभावी प्रचार रणनीति को अंतिम रूप देने में इन पर्यवेक्षकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी। देश भर से अनुभवी नेताओं को शामिल कर कांग्रेस ने न केवल क्षेत्रीय संतुलन साधा है, बल्कि बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति भी अपनाई है।
बताया जा रहा है कि सभी 58 ऑब्जर्वर जल्द ही बिहार का दौरा शुरू करेंगे। वे अपने-अपने आवंटित क्षेत्रों में गहन संगठनात्मक समीक्षाएं करेंगे, जिससे कांग्रेस को स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलेगी और महागठबंधन की चुनावी रणनीति को प्रभावी ढंग से जमीन पर उतारा जा सकेगा।