नई दिल्ली : पाकिस्तान ने भारत के साथ युद्ध के महज दो दिनों के भीतर ही घुटने टेक दिए हैं। पाकिस्तान को भारत के साथ विवाद में घसीटने के बाद भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। वहां के शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है और अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान ने अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कर्ज मांगने की अपील की है।
युद्ध के शुरुआती दो दिन में ही पाकिस्तान को अपने भारी नुकसान का अहसास हो गया और उसने शांति की बात करना शुरू कर दिया। सरकार की ओर से दुनिया से कर्ज की मांग की जा रही है, ताकि देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए वित्तीय सहायता मिल सके। यह स्थिति पाकिस्तान की नीतियों और युद्ध के नतीजों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत और आर्थिक स्थिति के बीच असंतुलन है, और अब उसे शांति की ओर कदम बढ़ाने की मजबूरी बन गई है।