Mauaima : मऊआइमा, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ज़िले के मऊआइमा थाना क्षेत्र से शुक्रवार को कांवड़ यात्रा के दौरान एक बेहद संवेदनशील और चिंताजनक मामला सामने आया है। सरायं ख्वाजा गांव के पास डीजे की आवाज़ को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते हिंसक झड़प में तब्दील हो गया, जिसमें कांवड़ियों और नमाजियों के बीच लाठी-डंडों और तलवारों से भिड़ंत हो गई।
घटना का पूरा विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस सूत्रों के मुताबिक़, दोपहर करीब 3 बजे कांवड़ यात्रा मऊआइमा के सरायं ख्वाजा गांव से गुजर रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने डीजे की आवाज़ तेज़ होने की शिकायत करते हुए उसे बंद करने की मांग की। इस पर बहस शुरू हुई जो जल्द ही विवाद और फिर मारपीट में बदल गई।
आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने कांवड़ियों पर पहले गाली-गलौज की, फिर लाठी-डंडों से हमला किया। एक वीडियो में तलवार लहराते कुछ युवकों को भी देखा गया है। इस हमले में कई कांवड़ियों के घायल होने की सूचना है।
महिलाओं के साथ बदसलूकी
यात्रा में शामिल कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट और अभद्रता की गई। एक महिला को घसीटा गया और उसके कपड़े तक फाड़ दिए गए। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन तोड़ने, जेवर और नकदी लूटने तथा भगवा झंडा फाड़ने के भी गंभीर आरोप लगे हैं।
FIR दर्ज, आरोपी फरार
घटना की जानकारी मिलते ही मऊआइमा और आस-पास के थानों से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। तनावपूर्ण हालात के बीच पुलिस ने किसी तरह स्थिति पर काबू पाया और कांवड़ यात्रा को मस्जिद के पास से सुरक्षा घेरे में निकाला गया।
कांवड़ यात्रा में शामिल महेंद्र कुमार ने मऊआइमा थाने में तहरीर दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने 15 नामजद और 50 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ IPC की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
फिलहाल कई आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है। क्षेत्र में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है और हालात सामान्य बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन का बयान
मऊआइमा थाना प्रभारी ने मीडिया को जानकारी दी कि स्थिति नियंत्रण में है और आरोपियों की पहचान कर ली गई है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना के सभी वीडियो और फोटो फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
सामाजिक और राजनीतिक माहौल पर असर
इस घटना के बाद स्थानीय स्तर पर साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई है। हालांकि पुलिस और प्रशासन शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है।