मणिपुर। Manipur Violence : बीते दो वर्षों से हिंसा और जातीय तनाव झेल रहे मणिपुर में एक बार फिर हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। इस बार विवाद की जड़ बना है बस नेटवर्क से राज्य का नाम हटाया जाना, जिसे लेकर आमजन में जबरदस्त आक्रोश है। इसी मुद्दे को लेकर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मणिपुर की अस्मिता के पक्ष में राजभवन की ओर मार्च किया।
Manipur Violence : यह प्रदर्शन मणिपुर की एक अहम सामाजिक संस्था COCOMI (Coordinating Committee on Manipur Integrity) के आह्वान पर किया गया था। प्रदर्शन के दौरान जब भीड़ कांगला गेट के पास पहुंची, तो सुरक्षाबलों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें पांच से अधिक महिलाएं घायल हो गईं।
COCOMI ने इस मुद्दे को राज्य की अस्मिता और अखंडता से जुड़ा गंभीर हमला करार देते हुए केंद्र और राज्य सरकार से स्पष्टीकरण और माफी की मांग की है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि मणिपुर के संवेदनशील हालात को देखते हुए ऐसे निर्णय जानबूझकर उकसावे की राजनीति का हिस्सा हो सकते हैं।
फिलहाल पूरे इंफाल क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। लेकिन जनता के आक्रोश और असंतोष को देखते हुए मणिपुर में एक बार फिर हालात अस्थिर होते नजर आ रहे हैं।