मंदसौर, मप्र। Mandsaur News : समाज में संवेदना और सेवा की मिसाल पेश करते हुए मंदसौर के कौशल्या धाम, निराश्रित विक्षिप्त महिला आश्रयगृह एवं पुनर्वास केंद्र ने एक बार फिर एक बिछड़ी महिला को उसके परिजनों से मिलाया और पुनर्वास की जिम्मेदारी निभाई।
Mandsaur News : गुजरात के पंचमहल जिले के जोरापुरा गांव की रहने वाली 27 वर्षीय कीर्ति बैन अपने परिवार से तीन महीने पहले बिछड़ गई थीं। 24 जून को मंदसौर में उन्हें अनामिका जनकल्याण सेवा समिति द्वारा संचालित आश्रयगृह में शरण मिली। इसके बाद संस्था की टीम ने लगातार उनकी काउंसलिंग की और परिजनों की जानकारी जुटाई।
मंगलवार शाम कीर्ति बैन का परिवार—पति अभय सिंह, बेटा सचिन और बेटी काजल उन्हें लेने मंदसौर पहुंचा। जब कीर्ति ने परिवार को देखा तो भावुक हो उठीं। इस मौके पर जिला कलेक्टर अदिति गर्ग भी मौजूद रहीं। उन्होंने परिवार से बातचीत कर भविष्य में कीर्ति का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी।
कलेक्टर गर्ग ने हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा संस्था को दिए गए सम्मान राशि का चेक भी आश्रयगृह को भेंट किया और संस्था को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि कौशल्या धाम आश्रयगृह ने अब तक 44 महिलाओं का सफल पुनर्वास कराया है, जो न सिर्फ मंदसौर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा बन चुका है।