उज्जैन | Mahakal Shringar Aarti : उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में आज (रविवार, 13 जुलाई, 2025) सुबह की भस्म आरती और श्रृंगार आरती बड़े ही दिव्य और भव्य रूप में संपन्न हुई। देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं ने इस आलौकिक क्षण का अनुभव किया।
Mahakal Shringar Aarti : भस्म आरती: एक अनूठा और पवित्र अनुभव
आज भोर में 4 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती हुई, जो विश्वभर में अपनी अनूठी परंपरा के लिए जानी जाती है। भस्म आरती में भगवान महाकाल का श्रृंगार ताज़ी भस्म से किया जाता है। वैदिक मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच मंदिर परिसर में एक अलग ही ऊर्जा और भक्ति का माहौल था। श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर इस पवित्र आरती के दर्शन किए और स्वयं को धन्य महसूस किया।
श्रृंगार आरती: बाबा महाकाल का दिव्य रूप
भस्म आरती के बाद, सुबह 7:00 बजे श्रृंगार आरती की गई, जिसमें भगवान महाकाल का मनमोहक और अलौकिक श्रृंगार किया गया। बाबा महाकाल को सुगंधित फूलों, चंदन, अबीर और गुलाल से सजाया गया। शिवलिंग पर आकर्षक वेशभूषा और मुकुट धारण कराए गए, जिससे उनका रूप और भी दिव्य लग रहा था। पुजारियों ने विधि-विधान से आरती की और मंदिर में उपस्थित भक्तगणों ने “जय महाकाल” के जयकारों से पूरे वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
भक्तों का अटूट विश्वास
महाकालेश्वर मंदिर, भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यहाँ भक्तों का तांता सालभर लगा रहता है। विशेषकर सावन के महीने में और आज रविवार होने के कारण भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। भक्तों का मानना है कि महाकाल के दर्शन मात्र से सभी दुख दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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