जांजगीर-चांपा | छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक लूट की घटना में सही धाराओं में केस दर्ज नहीं करने पर थाना मुलमुला में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक (ASI) नरेन्द्र डिक्सेना को निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित ने जब इस लापरवाही की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की, तब जाकर मामले की गंभीरता उजागर हुई।
जानकारी के अनुसार, एक युवक अपने मोबाइल और नकदी लूट की रिपोर्ट दर्ज कराने मुलमुला थाना पहुंचा था। लेकिन ASI नरेन्द्र डिक्सेना ने लूट जैसे गंभीर मामले को नज़रअंदाज़ करते हुए सिर्फ सामान्य मारपीट की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया। इससे न सिर्फ पीड़ित को न्याय से वंचित होना पड़ा, बल्कि यह पुलिसिया प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े करता है।
जब मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय तक पहुंची, तो उन्होंने त्वरित संज्ञान लेते हुए नरेन्द्र डिक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही पूरे मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है।
यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ पुलिस की उस नीति को रेखांकित करती है, जिसमें किसी भी स्तर की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसपी ने स्पष्ट किया कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ यदि कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही बरतेगा, तो उस पर भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।