इंदौर। Indore Central Jail : मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित सेंट्रल जेल में अब कैदी बंदियों की स्किल डेवलपमेंट को एक नई दिशा देते हुए ‘अहिल्या मसाला उद्योग एवं प्रशिक्षण शाखा’ की शुरुआत की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य कैदियों को स्वरोजगार और पुनर्वास की ओर प्रेरित करना है।
Indore Central Jail : जेल डीआईजी गोविंद प्रताप सिंह इस अनोखे उद्योग का शुभारंभ करेंगे। इस योजना के तहत सेंट्रल जेल में मसालों का निर्माण, प्रोसेसिंग और पैकिंग किया जाएगा। ‘अहिल्या मसाला’ न केवल जेल परिसर के भीतर उपयोग में लाया जाएगा बल्कि इसे बाजार में भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
कैदियों को मिलेगा रोजगार और सम्मान
जेल प्रशासन का कहना है कि यह प्रयास सिर्फ स्किल डेवलपमेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे कैदियों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा। इस योजना में शामिल बंदियों को प्रशिक्षित किया जाएगा और गुणवत्तापूर्ण मसाले तैयार करने की प्रक्रिया सिखाई जाएगी।
बाजार में जल्द मिलेगा ‘अहिल्या मसाला’
जेल विभाग द्वारा निर्मित यह मसाले अब आम जनता के लिए भी उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे आमदनी का एक नया स्रोत खुलेगा और जेल की स्वावलंबन योजना को भी मजबूती मिलेगी।
यह पहल इंदौर सेंट्रल जेल को एक नया सामाजिक और व्यावसायिक मॉडल बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।