India’s Big Diplomatic Victory : नई दिल्ली। भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को एक बड़ी सफलता मिली है। अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) को आधिकारिक रूप से विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। यह फैसला भारत की सशक्त कूटनीति और वैश्विक मंचों पर लगातार की गई कोशिशों का परिणाम है। अमेरिका के इस कदम को पाकिस्तान के लिए एक कड़ा झटका माना जा रहा है, जो लंबे समय से TRF का परोक्ष रूप से बचाव करता रहा है।
TRF की पृष्ठभूमि और आतंकवाद से जुड़ाव
TRF को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुखौटा संगठन बताया गया है। यह वही आतंकी संगठन है जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) पहले ही वैश्विक आतंकी संगठन घोषित कर चुका है। TRF की स्थापना 2019 में पाकिस्तान की सेना और लश्कर-ए-तैयबा के सहयोग से की गई थी। भारत सरकार ने 5 जनवरी 2023 को TRF को गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम यानी UAPA के तहत आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। भारत की खुफिया एजेंसियों के अनुसार, TRF में “हाइब्रिड आतंकियों” की भर्ती की जाती है — ऐसे आतंकी जो सामान्य नागरिकों की तरह नजर आते हैं लेकिन आतंकी गतिविधियों में गुप्त रूप से शामिल होते हैं। इन आतंकवादियों को पाकिस्तान की सेना से विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। TRF का मुख्य उद्देश्य कश्मीर में अल्पसंख्यकों, सुरक्षाबलों और गैर-कश्मीरी नागरिकों को निशाना बनाना रहा है।
अमेरिका का कड़ा रुख, भारत ने जताया आभार
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक बयान में TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करना ट्रंप प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा को मज़बूत करने, आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता और पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक कदम है।” भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, “यह भारत-अमेरिका के आतंकवाद विरोधी सहयोग की मजबूत पुष्टि है। आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के तहत यह एक अहम कदम है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत अमेरिका को TRF और पाकिस्तान के संबंधों से जुड़े पुख्ता सबूत सौंपे थे।
UNSC और FATF से अगला कदम अपेक्षित
अब भारत अन्य देशों से भी अपील कर रहा है कि वे TRF को आतंकी संगठन घोषित करें। इससे UNSC में TRF पर प्रतिबंध लगाना आसान हो जाएगा। साथ ही FATF (Financial Action Task Force) भी इस संगठन के वित्तीय नेटवर्क पर कार्रवाई कर सकता है। इस कदम के बाद TRF से जुड़े लोगों की अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर रोक लगेगी, उनके बैंक खातों को बंद किया जा सकेगा और पाकिस्तान सरकार पर दबाव डाला जा सकेगा कि वह इस आतंकी समूह की फंडिंग बंद करे। वैश्विक स्तर पर अब इस संगठन की हर गतिविधि पर निगरानी रखी जाएगी।
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पहलगाम हमला और भारत की जवाबी कार्रवाई
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में TRF के आतंकवादियों ने हमला कर 26 भारतीय नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी थी। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के नौ शहरों में स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।