रायपुर। Mushroom Factory Case : मशरूम मोजों फैक्ट्री में बच्चों और मजदूरों के शोषण के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल सक्रिय हो गया है। 22 जुलाई को प्रदेश महामंत्री विक्रांत शर्मा ने रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि घटना के बाद 97 मजदूरों को रेस्क्यू किया गया, जिनमें 23 बच्चे भी शामिल थे। इसके बावजूद बाल संरक्षण अधिनियम की धाराएं FIR में नहीं जोड़ी गईं।
Mushroom Factory Case : विक्रांत शर्मा ने SSP को सौंपे आवेदन में कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्पष्ट प्रतिवेदन सौंपा था, जिसमें बाल श्रम, क्रूरता और देखरेख से संबंधित धाराएं लगाने की सिफारिश की गई थी। इसके बावजूद पुलिस ने अन्य हल्की धाराओं में FIR दर्ज कर मामले की गंभीरता को नजरअंदाज किया। राष्ट्रीय बजरंग दल ने मांग की है कि पूरे प्रकरण की माननीय दृष्टिकोण से जांच करते हुए उचित धाराएं जोड़ी जाएं ताकि दोषियों को सख्त सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
बजरंग दल का आरोप – प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ही हुई FIR दर्ज, प्रशासन ने दिखाई अनदेखी
विक्रांत शर्मा ने यह भी बताया कि फैक्ट्री में 11 जुलाई से लगातार रेस्क्यू और FIR की मांग के बावजूद प्रशासन निष्क्रिय बना रहा। पांच दिन तक FIR दर्ज नहीं की गई और जब संघठन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तब जाकर पुलिस हरकत में आई। अब देखना यह होगा कि SSP रायपुर इस मामले में क्या ठोस कार्रवाई करते हैं और महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशों का कितना सम्मान किया जाता है।