Madhya Pradesh News : सिवनी (मध्यप्रदेश)। रिश्तों को तार-तार कर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सिवनी जिले में सामने आई है। एक व्यक्ति ने अपनी साली को पाने की सनकी चाहत में उसके दो मासूम बेटों की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी मौसा ने अपने एक साथी के साथ मिलकर दोनों बच्चों को जंगल में ले जाकर गला रेत दिया और शवों को पत्थरों के नीचे दबा दिया।
15 जुलाई की शाम से लापता थे मासूम
30 वर्षीय महिला ने 15 जुलाई की रात पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके दो बेटे — 9 वर्षीय मयंक और 6 वर्षीय दिव्यांश — शाम 5 बजे से लापता हैं। पुलिस ने तत्परता से जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज तथा चश्मदीदों के आधार पर पता चला कि एक संदिग्ध व्यक्ति दोनों बच्चों को घसियारी चौक से ऑटो में बैठाकर ले गया।
ऑटो चालक से पूछताछ में सामने आया कि बच्चों ने साथ जा रहे व्यक्ति को ‘मौसा’ कहकर संबोधित किया था।
पूछताछ में उगले सनसनीखेज राज
बच्चों की मां ने जब पुलिस को बताया कि वह अपने जीजा भोजराज बेलवंशी पर शक करती है, तो पुलिस ने भोजराज को हिरासत में लेकर पूछताछ की। प्रारंभ में वह गुमराह करता रहा, लेकिन सख्ती बरतने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
उसने बताया कि वह अपनी साली को पसंद करता था लेकिन उसके दोनों बच्चे उसके मंसूबों में बाधा बन रहे थे। इसलिए उसने उन्हें साइकिल दिलाने का लालच देकर अपने साथ बुलाया और साथी शुभम उर्फ यश के साथ मिलकर उन्हें 13 किलोमीटर दूर अंबा माई के जंगल में ले जाकर गला रेतकर हत्या कर दी।
पत्थरों के नीचे दबाए गए थे शव
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर जंगल से दोनों बच्चों के शव बरामद किए। शवों की हालत इतनी दर्दनाक थी कि पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों की आंखें भर आईं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
एसपी का बयान
सिवनी पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने कहा,
“यह केवल एक हत्या नहीं बल्कि सामाजिक मूल्यों और पारिवारिक रिश्तों की हत्या है। दोनों आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं और उन्हें अदालत में पेश किया जा चुका है।”
सवालों के घेरे में सामाजिक जिम्मेदारी
यह घटना सिर्फ अपराध नहीं, समाज के लिए एक चेतावनी भी है। जब एक रिश्तेदार ही हैवान बन जाए, तो बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन उठाएगा? रिश्तों पर अंधे विश्वास की कीमत दो मासूमों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।