Secrets, Revolution And Billions Of Rupees : दुनिया की सबसे पुरानी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन एक बार फिर चर्चा में है। इस बार कारण है इसके रहस्यमयी फाउंडर सतोशी नाकामोतो, जिनकी नेटवर्थ ने एशिया के दिग्गज उद्योगपतियों मुकेश अंबानी और गौतम अडानी को भी पीछे छोड़ दिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नाकामोतो को आज तक किसी ने देखा नहीं है। न उनकी तस्वीर है, न पहचान, न ही ठिकाना। बावजूद इसके, वे दुनिया के 12वें सबसे अमीर व्यक्ति बन चुके हैं।
बिटकॉइन की कीमत ने बनाया नया रिकॉर्ड
वर्तमान में बिटकॉइन की कीमत 1,18,000 डॉलर को पार कर चुकी है, जो इस साल में अब तक 55% से अधिक का उछाल है। 2009 में बिटकॉइन की शुरुआत करने वाले नाकामोतो के पास अनुमानतः 10 लाख से अधिक बिटकॉइन हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 129 अरब डॉलर आंकी गई है।
अंबानी-अडानी से भी ऊपर
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक नाकामोतो की संपत्ति मुकेश अंबानी (109 अरब डॉलर) और गौतम अडानी (84.2 अरब डॉलर) दोनों से अधिक है। वे बिल गेट्स (123 अरब डॉलर) से भी आगे निकल चुके हैं।
टॉप 12 में जगह बनाने वाले नाकामोतो से आगे केवल ये अरबपति:
- एलन मस्क ($360 अरब)
- मार्क जकरबर्ग ($253 अरब)
- लैरी एलिसन ($247 अरब)
- जेफ बेजोस ($245 अरब)
- स्टीव बालमर ($173 अरब)
- लैरी पेज ($163 अरब)
- बर्नार्ड अरनॉल्ट ($160 अरब)
- सर्गेई ब्रिन ($153 अरब)
- जेंसन हुआंग ($144 अरब)
- वॉरेन बफे ($143 अरब)
- माइकल डेल ($137 अरब)
कौन हैं सतोशी नाकामोतो?
नाकामोतो को लेकर अब तक कई थ्योरीज सामने आ चुकी हैं, लेकिन उनकी असली पहचान आज भी रहस्य बनी हुई है। माना जाता है कि अक्तूबर 2008 में उन्होंने ‘पब्लिक MIT लाइसेंस’ के तहत बिटकॉइन का वाइटपेपर जारी किया और फिर 3 जनवरी 2009 को पहला बिटकॉइन ब्लॉक (Genesis Block) माइन किया।
2010 में रिसर्च से हुआ खुलासा
2010 में क्रिप्टो रिसर्चर सर्जियो डेमियन लेर्नर ने एक रिसर्च पेपर में दावा किया कि सतोशी नाकामोतो के पास 10 लाख बिटकॉइन हो सकते हैं। इन बिटकॉइन को आज तक कहीं ट्रांसफर नहीं किया गया, जिससे नाकामोतो की निष्क्रियता और रहस्यमय छवि को बल मिला।
बिटकॉइन के साथ ब्लॉकचेन क्रांति
नाकामोतो का यह इनोवेशन न सिर्फ डिजिटल करेंसी, बल्कि ब्लॉकचेन तकनीक के जरिए दुनियाभर में आर्थिक स्वतंत्रता और विकेंद्रीकरण का प्रतीक बन गया है।