Mungeli News : मुंगेली : छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारी एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर मुखर हो उठे हैं। मुंगेली जिले से उठी यह आवाज़ अब पूरे प्रदेश में गूंजने की तैयारी में है। कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में कर्मचारियों ने 13 ज्वलंत मुद्दों को उठाया है, जो वर्षों से लंबित हैं और जिनका समाधान शासन की प्राथमिकता बनना चाहिए।
Mungeli News : महंगाई भत्ता का असमान वितरण केवल आर्थिक अन्याय नहीं, बल्कि कर्मचारी मनोबल पर आघात है। जब केंद्र और मध्यप्रदेश के कर्मचारियों को 55% महंगाई भत्ता मिल रहा है, तो छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को मात्र 53% देना स्पष्ट भेदभाव है।
Mungeli News : अवकाश नगदीकरण, वेतन विसंगति, चार स्तरीय वेतनमान, और पदोन्नति प्रक्रिया जैसे मुद्दे सीधे कर्मचारियों की सेवा शर्तों से जुड़े हैं। इन मांगों के समाधान से न केवल प्रशासनिक कार्य दक्षता बढ़ेगी, बल्कि कर्मचारियों में भी सरकार के प्रति भरोसा कायम होगा।
Mungeli News : कैशलेस चिकित्सा सुविधा और अनुग्रह अनुदान जैसे मानवीय पहलुओं की मांग यह दिखाती है कि कर्मचारी केवल वित्तीय लाभ नहीं, बल्कि सुरक्षा और सम्मान की अपेक्षा भी करते हैं।
Mungeli News : यह चिंता का विषय है कि सेवा में रहते हुए या सेवा प्रारंभ करते ही मृत्यु हो जाने पर परिवार को न्याय नहीं मिल पाता। ऐसी परिस्थितियों में शासन की संवेदनशीलता पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
Mungeli News : अब समय आ गया है कि शासन केवल घोषणाएं न करे, बल्कि धरातल पर योजनाओं को क्रियान्वित करे। कर्मचारियों की समस्याओं का समयबद्ध और न्यायसंगत समाधान ही शासन की साख को मजबूत करेगा।