EB-5 वीजा में भारतीयों को बड़ी राहत : वॉशिंगटन। अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए तेजी से लोकप्रिय हो रहे EB-5 वीजा प्रोग्राम को लेकर भारतीय निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने अनारक्षित EB-5 वीजा श्रेणी के लिए ‘फाइनल एक्शन डेट’ छह महीने आगे बढ़ा दी है। इसका मतलब है कि अब अधिक भारतीय निवेशक इस वीजा के जरिए ग्रीन कार्ड की ओर बढ़ सकेंगे। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब अमेरिकी वीजा प्रणाली में 1.1 करोड़ से अधिक आव्रजन मामले लंबित हैं, जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय H-1B कर्मचारियों और परिवार-आधारित ग्रीन कार्ड आवेदक शामिल हैं।
क्या है EB-5 वीजा प्रोग्राम?
EB-5 वीजा (Employment-Based 5th Preference Category) अमेरिका का अप्रवासी निवेशक कार्यक्रम है, जिसके तहत कोई विदेशी नागरिक किसी योग्य अमेरिकी व्यवसाय में कम से कम $800,000 (लगभग ₹7 करोड़) का निवेश कर सकता है। शर्त यह है कि यह निवेश कम से कम 10 अमेरिकी नौकरियों का सृजन करे। इसके बाद निवेशक और उनका परिवार ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के पात्र हो जाते हैं।
यह वीजा निवेशक, उनके जीवनसाथी और 21 वर्ष से कम उम्र के अविवाहित बच्चों को कवर करता है।
भारतीयों की बढ़ती रुचि: EB-5 बन रहा प्राथमिक विकल्प
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H-1B वीजा और स्टूडेंट वीजा की अनिश्चितता के बीच अब अधिक भारतीय EB-5 जैसे स्थायी और प्रत्यक्ष विकल्प को पसंद कर रहे हैं।
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अमेरिकी अप्रवासी निवेशक गठबंधन (AIIA) के अनुसार, अक्टूबर 2022 से अब तक भारत से 1,790 से ज्यादा EB-5 याचिकाएं दाखिल की जा चुकी हैं।
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मौजूदा रफ्तार को देखते हुए अनुमान है कि FY2025 के अंत तक यह आंकड़ा 2,000 पार कर सकता है।
फाइनल एक्शन डेट में बदलाव क्यों है अहम?
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अप्रैल 2024 में भारत के EB-5 अनारक्षित वीजा के लिए फाइनल एक्शन डेट को डिले कर दिया गया था, जिससे अनिश्चितता बढ़ गई थी।
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अब अगस्त 2025 के वीजा बुलेटिन में इस डेट को छह महीने आगे खिसकाया गया है — जो निवेशकों को राहत और गति दोनों देगा।
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अनारक्षित श्रेणी उन निवेशों को कवर करती है जो उच्च-बेरोजगारी या ग्रामीण क्षेत्र के बाहर किए गए हैं।
EB-5 के प्रमुख फायदे भारतीयों के लिए
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नियोक्ता की जरूरत नहीं — H-1B जैसे वीजा के विपरीत इसमें किसी अमेरिकी कंपनी की स्पॉन्सरशिप की जरूरत नहीं।
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लॉटरी सिस्टम से मुक्ति — EB-5 लॉटरी पर निर्भर नहीं है, जिससे सफलता की संभावना अधिक होती है।
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परिवार को भी लाभ — एक निवेश से पूरे परिवार को ग्रीन कार्ड का रास्ता मिल सकता है।
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प्रवेश की स्पष्टता और सुरक्षा — निवेश आधारित वीजा होने से यह अधिक स्थिर और स्पष्ट प्रक्रिया देता है।
क्या आगे यह विकल्प और लोकप्रिय होगा?
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि भारत में कारोबारी वर्ग और उच्च आय वर्ग इस वीजा के अवसरों को गंभीरता से लेता है, तो EB-5 भारत में माइग्रेशन का प्रमुख चैनल बन सकता है — खासकर तब जब अन्य श्रेणियों में प्रतीक्षा समय और अनिश्चितता लगातार बढ़ रही है।